Crime News : भोपाल में एक युवक ने अपने लिव-इन पार्टनर की गला रेत कर हत्या कर दी। बच्ची का शव बड़ा तालाब स्थित बोट क्लब के पास मिला। घटना शनिवार देर रात की है।
श्यामला हिल्स पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी कैमरों की तलाशी ली, तो बाइक नंबर के आधार पर आरोपी की पहचान हो गई, उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
शुरुआती पूछताछ में आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसका और लिव-इन पार्टनर के बीच तीन महीने से विवाद चल रहा था। उसे शक था कि लड़की का कहीं और अफेयर चल रहा है, युवती अक्सर उसे प्रताड़ित करती थी।
उसकी मौसी उसे बहकाती थीं, मौसी का कहना है कि आरोपी ने लड़की का अश्लील वीडियो बनाया था। इन्हीं के जरिए वह उसे ब्लैकमेल करता रहा। एक बार एक लड़की के बाल भी काटे गए थे।
डीसीपी रियाज इकबाल ने बताया कि 30 वर्षीय इकरा उर्फ रोजी करोंद के हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में रहती थी। वह एक प्रॉपर्टी डीलर के ऑफिस में काम करती थी।
मोहसिन के साथ डेढ़ साल से लिव-इन में रह रही थी। पुलिस मौके पर पहुंची तो इकरा बेहोशी की हालत में जमीन पर पड़ी थी।
पुलिस उसे हमीदिया अस्पताल ले गई, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। डॉक्टर ने इकरा को मृत घोषित कर दिया।
युवती ने दर्ज कराया था केस
मोहसिन की हरकतों से तंग आकर इकरा ने निशातपुरा थाने में रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी। फिलहाल इकरा अपनी मौसी के साथ ऐशबाग इलाके में रह रही थी।
पुलिस के मुताबिक, शनिवार की देर शाम मोहसिन ने इकरा को मिलने के लिए बुलाया। वह बात करने के लिए बाइक पर बैठकर उसे बोट क्लब ले गया।
रात 9 बजे होटल रंजीत के पास एक इमली के पेड़ के नीचे खड़े होकर इकरा मोहसिन से बात कर रहे थे। करीब 1 घंटे की बातचीत के बाद दोनों के बीच विवाद हो गया।
इसी बीच मोहसिन ने चाकू निकाला और इकरा की गर्दन पर बायीं ओर वार कर दिया। हमले में इकरा खून से लथपथ होकर गिर पडी। आरोपी बाइक लेकर मौके से फरार हो गया। सूचना मिलते ही श्यामला हिल्स पुलिस मौके पर पहुंच गई।
पुलिस ने आरोपी को घर के पास चाय पीते हुए पाया
पुलिस ने इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों को चेक किया तो आरोपी की बाइक के नंबर से उसकी पहचान हो गई। पुलिस ने उसके मोबाइल पर कॉल की तो स्विच ऑफ मिला।
पुलिस का शक गहरा गया। इसके बाद पुलिस की टीम करोंद पहुंची। आरोपी मोहसिन को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया तो वह घर के पास की दुकान पर आराम से चाय पी रहा था।
छुरा घोंप दिया
जब पुलिस ने मोहसिन से कहा कि तुमने इकरा को मारा है, तो वह चौंक गया। उसने पुलिस को बताया कि उसे लगा कि चाकू इकरा के हाथ में लगा है। वह डर के मारे भाग गया।
उसने बताया कि वह ट्रैवल एजेंसी में ड्राइवर है। कोराना की पहली लहर में इकरा की मां फरहत जहां की मौत हो गई। तीन महीने बाद, उनके पिता नसीर का निधन हो गया। वह इकरा से शादी करने वाला था।
लेकिन उसकी मौसी ने उसे बहकाया, इकरा बह्कावे में आती रही और में मुझे प्रताड़ित करती थी। पैसे मांग रही थी, वह मुझे छोड़कर चली गई थी।
मोहसिन का दावा है कि इकरा ने उन्हें सबसे पहले शनिवार दोपहर को फोन किया था। कहा- मुझे कहीं घूमने ले चलो, अच्छा खाना खिलाओ। इस पर वह अशोक गार्डन पहुंचे।
अशोक उसे बाइक पर बैठाकर गार्डन से हबीबगंज ले गया। वह हबीबगंज स्थित अपने ऑफिस गई थी। मैं भी अपना काम करने गया था। शाम को इकरा ने मुझे फिर फोन किया।
मैं एक बड़े तालाब से लिंक रोड-1 होते हुए उनके पास पहुंचा। हम दोनों ने होटल रंजीत के पास पेड़ के नीचे करीब 1 घंटे तक बात की। इसी बीच इकरा मुझे धमकी देने लगा कि न तो मैं तुम्हें मरने दूंगी और न ही जीने दूंगी।
मैं तुम्हें मार डालूंगी, इस पर वह भड़क गए। उसने पर्स से चीनी चाकू निकालकर उसकी हत्या कर दी। गिरते ही मैं बाइक लेकर भाग गया।
इकरा की कमाई से ही अपना खर्च चलाता था
इकरा की मौसी ने बताया कि मोहसिन क्रिमिनल नेचर का है। उसने इकरा को प्यार के जाल में फंसाया, फिर उसे प्रताड़ित करने लगा। वह इकरा की कमाई से अपना खर्च चलाता था।
तीन-चार महीने पहले उसने इकरा पर बेरहमी से हमला किया था। उसके बाल काटे थे। वह इकरा का वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करता था।
डेढ़ महीने पहले उसने उसे इतना मारा कि वह उसे छोड़कर हमारे पास आ गई। उसके बाद से उसने उससे फोन पर भी बात नहीं की।
शनिवार को वह ऑफिस से पेमेंट लेने के लिए कहकर घर से निकली थी। इसके बाद मोहसिन उनसे कब मिले पता ही नहीं चला।