फेसबुक एक झटके में 11000 कर्मचारियों को हटा देगा, टिकटॉक-मेटा जूकरबर्ग पर पडा भारी

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Facebook will lay off 11000 employees in one stroke, Tiktok-Meta is heavy on Zuckerberg

Facebook Parent Company Meta layoff: फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा ने बुधवार को 11,000 कर्मचारियों की छंटनी करने का ऐलान किया है। ट्विटर के बाद फेसबुक के फैसले से क्या दुनिया में आ रही है आर्थिक मंदी, इस बात का डर एक बार फिर बढ़ गया है।

यह दुनिया में 2022 की सबसे बड़ी छंटनी में से एक है। फेसबुक पर करीब 87 हजार कर्मचारी काम करते हैं। इनमें से 13 फीसदी कर्मचारियों की छंटनी करने की घोषणा की गई है।

फेसबुक की स्थापना साल 2004 में मार्क जुकबर्ग ने की थी। और तब से यह पहली बार है जब कंपनी इतने बड़े पैमाने पर कर्मचारियों की छंटनी कर रही है।

कंपनी का मूल्यांकन 80 अरब डॉलर घट गया

इतनी बड़ी छंटनी का मुख्य कारण कंपनी के तीसरी तिमाही के नतीजे हैं। द गार्जियन की एक रिपोर्ट के मुताबिक अक्टूबर के आखिरी हफ्ते में आए तीसरी तिमाही के नतीजों ने फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा की मुश्किलें बढ़ा दीं।

मेटा का मुनाफा लगभग आधा हो गया था। नतीजतन, परिणामों के बाद कंपनी के मूल्यांकन में 80 अरब डॉलर की गिरावट आई। इसका मुख्य कारण तीसरी तिमाही में विज्ञापन राजस्व में गिरावट रही है।

वैराइटी की एक रिपोर्ट के मुताबिक साल-दर-साल आधार पर कंपनी के रेवेन्यू में 4 फीसदी की गिरावट आई है। मेटा ने तीसरी तिमाही में 27.71 अरब डॉलर का राजस्व और 4.4 अरब डॉलर की शुद्ध आय अर्जित की।

मेटा के राजस्व में सालाना आधार पर दूसरी बार गिरावट आई है। वहीं, उनकी शुद्ध आय में 52 फीसदी की गिरावट आई है। इतना ही नहीं चौथी तिमाही में भी कंपनी को बड़ी कमाई की उम्मीद नजर नहीं आ रही है।

कंपनी को चौथी तिमाही में राजस्व में 3.5-11 फीसदी की गिरावट की उम्मीद है। इसका अनुमान है कि चौथी तिमाही में राजस्व 30-32 अरब डॉलर के आसपास हो सकता है।

गार्जियन की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी के मेटावर्स डिवीजन को पिछले तीन महीनों में 3.7 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है। और उन्हें डर है कि साल 2023 में यह घाटा और बढ़ सकता है।

तीसरी तिमाही में कंपनी को 4.2 अरब डॉलर का मुनाफा हुआ। जो पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 52 प्रतिशत कम है। उस दौरान कंपनी को 9.2 अरब डॉलर का प्रॉफिट हुआ था।

टिकटॉक ने बढ़ाई मुश्किल

टिकटॉक भी कंपनी की कमाई का एक बड़ा कारण है। जहां उन्हें बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। इससे इसके विज्ञापन से होने वाली कमाई में भी कमी आई है।

इसके अलावा कंपनी द्वारा नए उत्पादों में किए गए निवेश से भी उसकी कमाई पर असर पड़ा है। तीसरी तिमाही में मेटा की लागत और खर्च में 19 प्रतिशत की वृद्धि हुई।

टिकटॉक को टक्कर देने के लिए कंपनी ने रील पर बड़ा निवेश किया है। इसके अलावा कंपनी मेटावर्स टेक्नोलॉजी में लगातार निवेश कर रही है।

निकाले गए कर्मचारियों को मिलेगा इतना पैसा

मेटा से निकाले गए कर्मचारियों को सेवा के हर साल के लिए दो अतिरिक्त सप्ताह के साथ 16 सप्ताह का मूल वेतन मिलेगा।

इसके अलावा कंपनी ने कहा कि कर्मचारियों को छह महीने तक स्वास्थ्य देखभाल का खर्च भी मिलेगा। छंटनी के फैसले के बारे में जुकरबर्ग ने कहा कि दुर्भाग्य से यह उनकी उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा।

आर्थिक मंदी, उद्योग में बढ़ती प्रतिस्पर्धा और कुछ विज्ञापन समस्याओं के कारण, कंपनी की कमाई जुकरबर्ग की उम्मीदों से काफी कम रही है।

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