Health Tips : क्या आप भी बढ़ते वजन से हैं परेशान? इन आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों को तुरंत अपनाएं

0
156
Home Remedy
Pixabay

Health Tips : वजन कम करने के लिए तरह-तरह के नुस्खे और तरीके आजमाए जाते हैं। वहीं आयुर्वेद की मदद से वजन कम करने के लिए सबसे पहले शरीर के मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने पर जोर दिया जाता है।

इसीलिए आयुर्वेद में वजन घटाने के लिए ऐसी जड़ी-बूटियों का सेवन करने की सलाह दी जाती है, जिनमें शरीर मेटाबॉलिक रेट को बढ़ाने का काम करता हो।

वजन घटाने के लिए आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां

इनमें से अधिकतर मसाले, फल और सब्जियां हमारी रसोई में आसानी से मिल जाती हैं और इनका सेवन भी बहुत ही आसान तरीके से किया जा सकता है।

दालचीनी

वजन घटाने के लिए दालचीनी की चाय पीना कई लोगों का वजन घटाने का राज है। लोग इस हर्बल चाय का सेवन हर मौसम में कर सकते हैं चाहे गर्मी हो या बरसात। दरअसल, दालचीनी में पाए जाने वाले तत्व शरीर के मेटाबॉलिक रेट को बढ़ाते हैं।

वजन कम करने के लिए दाल या करी में अन्य मसालों के साथ दालचीनी पाउडर मिला सकते हैं। इसी तरह दालचीनी की छड़ियों को पानी में भिगोकर आप पानी या काढ़ा बनाकर भी पी सकते हैं। इस स्वस्थ मसाले का नियमित सेवन वसा जलने की प्रक्रिया को तेज कर सकता है।

अश्वगंधा

अश्वगंधा का सेवन शरीर की कमजोरी को दूर करने और तनाव को कम करने के लिए किया जाता है। इसके साथ ही अश्वगंधा का सेवन रक्त में रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने और शरीर को नई चुस्ती देने के लिए भी किया जाता है।

अश्वगंधा का सेवन कई तरह से स्वास्थ्य में सुधार कर सकता है। अश्वगंधा के सेवन से न सिर्फ वजन कम होता है, बल्कि यह तनाव से राहत देकर इम्यून सिस्टम को भी मजबूत करता है।

अदरक

हल्दी की तरह अदरक भी उन जड़ी बूटियों में से एक है जिसका उपयोग मसाले के रूप में भी किया जाता है और आयुर्वेदिक औषधि के रूप में भी इसका उपयोग कई समस्याओं से राहत के लिए किया जाता है।

अदरक की कच्ची गांठों को पीसकर चटनी, अचार या चाय में मिलाकर पिया जाता है। वहीं, सोंठ या सोंठ के पाउडर को शहद या एसेंशियल ऑयल में मिलाकर कुछ घरेलू नुस्खे तैयार किए जाते हैं।

अदरक अपने पाचन गुणों के लिए जाना जाता है जो पेट की सूजन, कब्ज और सूजन को दूर करता है। वहीं अदरक के सेवन से वजन भी कम होता है।

त्रिफला

आंवला, हरड़ और बहेड़ा फल यानी त्रिफला के मेल से हर भारतीय परिचित है। वजन घटाने के लिए भी त्रिफला (Jtapachinsan) काफी पसंद किया जाता है। त्रिफला शरीर को अंदर से साफ करता है और डिटॉक्सीफिकेशन के कारण वजन घटाने की प्रक्रिया को भी तेज करता है।

इसके साथ ही त्रिफला पाचन तंत्र को भी काम करने में मदद करता है। त्रिफला में फैट बर्न करने वाले तत्व होते हैं जो शरीर के मेटाबॉलिक रेट को बढ़ाकर अतिरिक्त फैट को बर्न करते हैं। यह सब वजन कम करना और बनाए रखना आसान बनाता है।

हल्दी

हल्दी अपने एंटीबैक्टेरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के कारण घर पर व्यापक रूप से उपयोग की जाती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हल्दी के सेवन से वजन भी कम होता है।

हल्दी में पाया जाने वाला करक्यूमिन नामक तत्व शरीर में चर्बी वाले ऊतकों को विकसित नहीं होने देता जिससे वजन बढ़ने से रोकने में भी आसानी होती है।

इसके अलावा हल्दी में कुछ ऐसे पाचक तत्व भी पाए जाते हैं जो फैट के मेटाबॉलिज्म को बढ़ाते हैं और इससे शरीर की चर्बी कम होती है।

एलोविरा

मोटापा कम करने में मददगार मानी जाने वाली जड़ी-बूटियों में एलोवेरा का नाम भी शामिल है। यह न सिर्फ मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है बल्कि ब्लड शुगर लेवल को भी कम करता है। एलोवेरा शरीर में वॉटर रिटेंशन को भी कम करता है जिससे शरीर की सूजन भी कम होती है और मोटापा भी कंट्रोल में रहता है।

मेंथी

मेथी सस्ती होने के साथ-साथ हर मौसम में उपभोग के लिए भी उपयोगी मानी जाती है। इसलिए इसका सेवन अलग-अलग तरीकों से किया जा सकता है। सर्दियों में मिलने वाली ताजी मेथी के पत्तों का रस पीने से वजन घटाने में मदद मिल सकती है।

वहीं मेथी के बीज से बनी हर्बल चाय पीने से भी मेटाबॉलिज्म को बढ़ाया जा सकता है। खासतौर पर बेली फैट को कम करने के लिए मेथी के दानों को रात भर पानी में भिगोकर सुबह सेवन करने की सलाह दी जाती है। इससे फैट बर्न होता है और शरीर में जमा टॉक्सिन्स भी कम होते हैं।

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here